Monocyte kya hai? High and low monocyte count

नमस्कार दोस्तों एक बार फिर से स्वागत है आप सबका आपकी अपनी वेबसाइट drarshad.in और आज हम आपके लिए लेकर आये है एक बहुत ही रोचक जानकारी जिसका नाम है मोनोसाइट। तो दोस्तों आज हम जानेंगे की monocyte kya hai? और यह क्या काम करता है? मोनोसाइट कितना होना चाहिए? और अगर मोनोसाइट की मात्रा कम या ज़्यादा हो जाए तो इससे क्या होगा? ये सारी जानकारी आज हम इस लेख के माध्यम से आप सब तक पहुचायेंगे, इसलिए इस लेख को अंत तक पढ़े।

Monocyte kya hai?

दोस्तों हमारा खून लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) और सफ़ेद रक्त कोशिकाओं(WBC) से मिलकर बना होता होता है लेकिन अगर हम मोनोसाइट की परिभाषा की बात करे तो यह एक सफेद रक्त कोशिकाओं का एक भाग है और यह सफेद रंग के होते हैं। यह सफेद रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है और इसका काम हमारे शरीर को बैक्टीरिया, वायरस या किसी भी इन्फेक्शन से से बचाए रखने का होता है। अगर हम मोनोसाइट के आकार की बात करे तो यह एक बीन शेप्ड (Bean Shaped) और liver shaped का होता है ।

दोस्तों अगर हम मोनोसाइट को एक उदाहरण के तौर पर समझे तो आप सबने देखा होगा की जब भी हमारे शरीर में किसी प्रकार की चोट लगती है तब हम देखते हैं की उस पर सफेद रंग की कोशिकाएं या पदार्थ दिखाई देता है और इसी के कारण चोट वाली जगह रक्त का बहाव कम हो जाता है। और इन्ही सफेद कोशिकाओं में मोनोसाइट पाया जाता है जिसका मुख्य काम हमारे शरीर को बाहर के इंफेक्शन और बैक्टीरिया से बचाए रखने का होता है।

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monocyte Kitna Hona Chahiye?

दोस्तों हमने अब तक जाना की मोनोसाइट क्या होता है और अब बाते करेंगे की मोनोसाइट की मात्रा हमारे शरीर में कितनी होनी चाहिए। अगर आपके मन में भी यह सवाल आता है की शरीर में मोनोसाइट की मात्रा कितनी होनी चाहिए तो आपको यह पता होना चाहिए की एक स्वस्थ मनुष्य के शरीर में मोनोसाइट की संख्या WBC का 2 से 8% होता है।

मोनोसाइट की मात्रा अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों के लिए अलग अलग होती है। अगर हम जवान और बुजुर्ग व्यक्ति जिनकी उम्र 40 साल से ज्यादा है उनकी बात करे तो उनमे मोनोसाइट की मात्रा लगभग 200 से 900 per microliter of blood होती है।

और अगर नवजात बच्चो की बाते की जाए जिनकी उम्र 6 महीने से लेकर 1 साल के बीच होती है, तो उनके शरीर मैं सफेद रक्त कोशिकाओं में मोनोसाइट की मात्रा 600 per microliter of blood होती है। और वह बच्चे जिनकी उम्र 4 साल से लेकर 10 साल के बीच होती है उनके शरीर मैं मोनोसाइट की मात्रा 0 to 800 per microliter of blood होती है।

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monocytes low in hindiमोनोसाइट का कम होना?

तो दोस्तों अब तक हमने यह जाना की मोनोसाइट क्या होता है और यह हमारे शरीर के लिए कितना आवश्यक है और अब हम यह जानेंगे की इसकी कमी होने से क्या होता है और इसके क्या लक्षण है। अगर हमारे शरीर मैं मोनोसाइट की कमी है तो हमे नीचे दिये गये लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है।

  • बार बार बीमार पड़ना
  • बार बार इन्फेक्शन होना
  • ठंड लगना
  • घाव और चुरा जल्दी से ठीक हो ना उसमें मवाद हो जाना।
  • बुखार आना
  • शरीर दर्द करना
  • त्वचा में लालपन और सूजन होना
  • खांसी और बलगम का आना।

अगर आपके शरीर मैं मोनोसाइट की कमी है और आप यह जानना चाहते है की इसकी कमी का कारण क्या है तो हम इस लेख में मोनोसाइट की कमी के मुख्य कारण बताएंगे जैसे की:-

  • रेडिएशन थेरिपी
  • कीमोथेरेपी
  • HiV जैसी गंभीर बीमारियों के कारण
  • Autoimmune बीमारिया जैसे Lupas
  • बहुत सारे इन्फेक्शन जैसे मलेरिया
  • अलकोहल
  • एस

Monocytes high in hindi – मोनोसाइट बढ़ती क्यों है?

मोनोसाइट का बड़ा होना भी शरीर के लिए अच्छा नहीं है, WBC में मोनोसाइट की अधिकता कई प्रकार के रोगो का संकेत है| मोनोसाइट काउंट बढ़ने का मुख्य कारण लम्बे समय तक रहने वाली शारीरिक बीमारिया हो सकती है जैसे

  • किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन ख़ास तौर से बैक्टीरियल इन्फेक्शन
  • Sepsis
  • TB
  • Autoimmune बीमारिया जैसे Rhemtoid Arthritis
  • अगर मोनोसाइट्स भूत ज़्यादा बढ़ जाती हो तो ये ब्लड कैंसर का भी संकेत हो सकता है।

यदि आपके शरीर में मोनोसाइट काउंट की मात्रा बढ़ जाती है, तो भी आपको कई प्रकार की परेशानिया हो सकती है। मोनोसाइट के बढ़ने के निम्नलिखित लक्षण निचे दिए गए है।

  • थकान
  • रात को पसीना आना
  • वजन घटना
  • पेट दर्द
  • छाती में दर्द
  • बुखार
  • सूजन
  • खांसी होना

monocytes test in hindi – monocytes टेस्ट कैसे करे?

मोनोसाइट टेस्ट अक्सर किसी रोग या समस्या के तत्काल निदान के लिए उपयोग किया जाता है। यह टेस्ट आपके रक्त में मौजूद मोनोसाइट्स की संख्या को मापता है। शरीर में मोनोसाइट की मात्रा का पता लगाने के लिए हमे कम्पलीट ब्लड काउंट (CBC) टेस्ट करवाना पड़ता है, इस टेस्ट से हमें हमारे शरीर में मोनोसाइट की मात्रा का आसानी से पता चल जाता है।

मोनोसाइट टेस्ट के लिए सबसे पहले डॉक्टर आपके खून से एक नमूना लेंगे। नमूना लेने से पहले, डॉक्टर आपके हाथ के एक भाग को सफाई करेंगे और एक नीडल के माध्यम से आपकी वेन में प्रवेश करेंगे। एक ट्यूब या फिर सिरिंज के माध्यम से खून का नमूना लिया जाता है। फिर यह नमूना लैब में भेजा जाता है जहां एक लैब टेक्नीशियन खून में मौजूद मोनोसाइट की संख्या को गिनती करता है।

मोनोसाइट रक्त कोशिकाएं होती हैं जो शरीर के रोगों और संक्रमणों का पता लगाने में मदद करती हैं। एमसी टेस्ट का उपयोग विभिन्न संक्रमणों, एलर्जी, एड्स और अन्य आवश्यक स्थितियों के लिए निदान और मॉनिटरिंग में किया जाता है।

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Low Monocytes treatment in Hindi

अगर आपके शरीर मैं मोनोसाइट की कमी हो गयी है और आप इस कमी को पूरा करना चाहते है तो सबसे पहले यह देखना होता है की यह कमी किस कारण से हुई है। अगर कमी संक्रमण या अन्य रोगों के कारण हुई है, तो उपचार उन रोगों के लिए होना चाहिए। और यदि आपके शरीर में मोनोसाइट की कमी है लेकिन आपको कोई रोग नहीं है, तो इसका मतलब यह होगा कि अब आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। यहाँ हम कुछ या कुछ ऐसे पदार्थो के बारे मैं बता रहे है जिससे की आपके शरीर मैं मोनोसाइट की कमी को पूरा करने मैं मदद करते है। जैसे की:-

  • उपयुक्त आहार: आपकी डाइट में विभिन्न प्रकार के पौष्टिक खाद्य पदार्थ शामिल करना चाहिए, जैसे फल, सब्जी, अंडे, मांस, दूध और दूध से बनी चीजें।
  • समय पर खाना खाना: नियमित खाने के समय पर खाना खाना और व्यायाम करना आपके शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
  • समय पर दवाएं लेना: अगर आपको किसी रोग के लिए दवाएं लेनी होती हैं, तो आपको उन्हें समय पर लेना चाहिए।

FAQ About Monocytes Kya Hai – अन्य पूछे जाने वाले सवाल

Q.1 मोनोसाइट की कमी का कारण क्या हो सकता है?

मोनोसाइट की कमी कई कारणों से हो सकती है, जैसे संक्रमण, वायरस, अल्कोहल उपयोग, चिकित्सा दवाओं का उपयोग और अन्य रोग।

Q.2 मोनोसाइट की कमी से जुड़े लक्षण क्या होते हैं?

मोनोसाइट की कमी से जुड़े बहुत से लक्षण हो सकते हैं, जैसे कि बार बार इन्फेक्शन या बीमार पढ़ना, त्वचा रंग का पीलापन, शरीर में दर्द और थकान।

Q.3 monocyte meaning in hindi?

मोनोसाइट एक प्रकार का रक्त कोशिका होता है जो आपके शरीर को संक्रमण और अन्य रोगों से लड़ने में मदद करता है।

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